निर्भय कहानी


मैं भी तिनके को सहारा बनाना जानता हूं

मगर तिनकों के सहारों से परिंदे उड़ान नहीं भरते

इसलिए सहारों को पीछे छोड़ चलता हूं –

की या तो मयस्सर होगा खुला आसमां

या तो जमिंदोंज होगी मेरी निर्भय कहानी

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