निर्भय कहानी on December 18, 2012 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps मैं भी तिनके को सहारा बनाना जानता हूं मगर तिनकों के सहारों से परिंदे उड़ान नहीं भरते इसलिए सहारों को पीछे छोड़ चलता हूं – की या तो मयस्सर होगा खुला आसमां या तो जमिंदोंज होगी मेरी निर्भय कहानी Comments
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