वो आखिरी दिन

ज़िन्दगी कभी कभी....
जाड़े की उस तेज़ी से बिखरती हुई ओस सी लगती है मुझे.....
जो धूप की आहट होते ही –
न जाने कब गायब सी हो जाती है....
कुछ यूँ ही गायब हो गए....
ज़िन्दगी के वो सबसे हसीन लम्हें...
न जाने वो हकीकत थे....
या ख्वाबों में बिताये हुए पल....
कुछ ठीक से याद भी तो नहीं आता मुझे....
वो आखिरी दिन......

वो आखिरी पल.....

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