तुम मेहबूबा हो की कश्मीर की आज़ादी
कहने को दिल में बसी हो और मयस्सर ज़रा भी नहीं
सुना है कश्मीर में आज़ादी के नारे
फिरंगी ताक़तों की मदद से लगते हैं
सुना है वहां हुकूमत बड़ी सख़्त है
लेकिन उतनी ही मज़बूर
तुम मेरे इश्क़ के वजूद पर
वैसे ही तो शक करती हो
जैसे हुकूमत करती है कश्मीर की आज़ादी की चाह पर
तुम भी तो कह देती हो की मेरा इश्क़ इश्क़ है ही नहीं
लेकिन फिर भी मौजूद हो हर जगह, हर वक़्त - फ़ौज़ की तरह
और तुम भी तो ज़रा ज़रा सी बात पर सरेआम क़त्ल कर देती हो
और फिर भी सर ऊँचा कर के घूमती हो - अफ्स्पा प्रतिरक्षित अफसरों की तरह
तुमने भी तो एक ख़ास दर्जा दिया है मुझे
अनुच्छेद ३७० की तरह
जिसमे मैं तुम्हारा हूँ भी और नहीं भी
तुम मेहबूबा हो की कश्मीर की आज़ादी
कहने को दिल में बसी हो और मयस्सर ज़रा भी नहीं
कहने को दिल में बसी हो और मयस्सर ज़रा भी नहीं
सुना है कश्मीर में आज़ादी के नारे
फिरंगी ताक़तों की मदद से लगते हैं
सुना है वहां हुकूमत बड़ी सख़्त है
लेकिन उतनी ही मज़बूर
तुम मेरे इश्क़ के वजूद पर
वैसे ही तो शक करती हो
जैसे हुकूमत करती है कश्मीर की आज़ादी की चाह पर
तुम भी तो कह देती हो की मेरा इश्क़ इश्क़ है ही नहीं
लेकिन फिर भी मौजूद हो हर जगह, हर वक़्त - फ़ौज़ की तरह
और तुम भी तो ज़रा ज़रा सी बात पर सरेआम क़त्ल कर देती हो
और फिर भी सर ऊँचा कर के घूमती हो - अफ्स्पा प्रतिरक्षित अफसरों की तरह
तुमने भी तो एक ख़ास दर्जा दिया है मुझे
अनुच्छेद ३७० की तरह
जिसमे मैं तुम्हारा हूँ भी और नहीं भी
तुम मेहबूबा हो की कश्मीर की आज़ादी
कहने को दिल में बसी हो और मयस्सर ज़रा भी नहीं
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