बहुत कुछ हार कर बैठा हूँ
केहते हैं लोग की बहुत कुछ जीतने का फ़न रखता हूँ
तेरे इश्क़ में लेकिन मैं फना हो चुका हूँ इस कदर
की अब तू ही खुदा है और तुझसे यही मांगता हूं
मेरी तक़दीर में मुकम्मल मुहब्बत का ईनाम लिख दो
मेरी हस्ती की पेशानी पे अपना नाम लिख दो
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