क़यामत के दिन...

ना जाने क्या जवाब देगी तू खुदा को
ना जाने कैसे वो मेरे सामने खड़ा होगा
क़यामत के दिन...
की उसकी तख़लीक़ का ये अंज़ाम हुआ
की उसकी दुनिया मे मेरी मुहब्बत का ये अंज़ाम हुआ
ना जाने क्या जवाब देगी तू खुदा को
ना जाने कैसे वो मेरे सामने खड़ा होगा
क़यामत के दिन...

Comments