गर्दिश में हैं सितारे, तन्हा रूह है मेरी
इंतज़ार है तेरा, इंतहा मेरी
कुछ रंग हो आसमां में,
कुछ रूप जिंदगी में,
कुछ ख्वाब हों जीने को मकसद देने के लिए
कुछ पल जादुई से, हैरान करने के लिए
कोई ख़ुशी हो ऐसी जो रूह को आसमां में उड़ा दे
बस तेरा साथ हो और उसमें कुछ शाम गुज़ार दें
मैं जी रहा हूँ आज
तेरे इंतज़ार में
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