तुम महावीर हो

तुम महावीर हो
तुम महावीर हो
शूरवीर हो
तुम हीर हो
तुम तीर हो
तुम रणवीरों में मीर हो 
तुम महावीर हो
कोई भवबाधा आने से
रण में चोट खा जाने से
तुम संग्राम नहीं हारे हो
रास्ता दिखाने वाले तुम अब भी वही सितारे हो
पथ में संकट विकराल हुआ
यह काल अंधियारे का लाल हुआ
तेरा निश्चय ही जाल हुआ
माना तुमको जो मलाल हुआ
लेकिन संकट के आने से
पथ में अंधियारा छाने से
तुम हृदय-विदर क्यूँ करते हो
क्यों नेत्र अश्रु से भरते हो
मत भूलो
तुम महावीर हो
तुम महावीर हो
शूरवीर हो
तू नहीं कोई दुखियारा है
शत्रु तेरा अंधियारा है
अरे अभी कहाँ तू हारा है
तू एक खरा अंगारा है
बस ध्यान करो और याद रखो
तुम महावीर हो

Comments