बोल
की किस जुबां से
तेरी फ़रियाद करूं
की पूरी हो जाये
बोल
की तुझसे किन अल्फ़ाज़ों में
करूं मैं इक़रार-ए-महबूबी
की तुझे (मेरी मुहब्बत पे) एहतिराम आ जाये
बोल
की तराशूं किस क़दर
मैं अपनी शख्शियत के पत्थर को
की तू (मेरी मुहब्बत में) बुतपरस्त हो जाए
बोल
की वो कौन से नेक कर्म हैं
जिनके करने से
ये दुआ कुबूल हो जाये
बोल
की किस जुबां से
तेरी फ़रियाद करूं
की पूरी हो जाये
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इक़रार-ए-महबूबी : Confession of love
एहतिराम: Respect
बुतपरस्त: one who prays in front of statues of Gods - मूर्तिपूजक
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