चल कायनात से उसे मांगते हैं
जिसने कायनात से मुझे माँगा हो
चल फिर से तेरे नाम की चादर चढ़ाते हैं
फिर तेरे नाम की दुआ मांगते हैं
चल तेरे नाम के दिये जलाते हैं
ख्वाहिश तेरे प्यार के सिवा
अब कुछ भी नहीं
और मयस्सर है सब कुछ
बस तेरे सिवा
तू मेरे बुलाने से तो अब आने से रही
चल तुझे अब कायनात से मांगते हैं
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