आज भी
तेरे ख्यालों में ताकत है
इन आँखों को नम करने की
वो बात और है
की अब
मैं बड़ी फुर्सत में ही
इनका इस्तक़बाल करता हूँ
सोचता हूँ
इसे अब
"मूव ऑन"
कह ही दूँ
आज भी
तेरे ख्यालों में ताकत है
इन आँखों को नम करने की
वो बात और है
की अब
मैं बड़ी फुर्सत में ही
इनका इस्तक़बाल करता हूँ
सोचता हूँ
इसे अब
"मूव ऑन"
कह ही दूँ
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