स्वचलित सीढ़ियां

तुम्हें मालूम नहीं है
लेकिन मैंने तुम्हें देख लिया था
तुम उस शाम
ग्रीन पार्क मैट्रो की सीढ़ियों से बाहर आ रही थी
और मैं अंदर जा रहा था
तुम खोई खोई सी
कुछ उदास सी
कुछ बदहवास सी
बस उस स्वचलित सीढ़ियों पे खड़ी थी
और अपने आप ऊपर आ रही थी
शायद तुम्हारी ज़िन्दगी भी
कुछ अपने ही ढंग की
एक स्वचलित सीढ़ी सी है
लेकिन तुम मायूस थी
शायद तुम्हें किसी ने बताया नहीं
की तुम एक घनी छाँव हो
जीवन के तपते रेगिस्तान में
शायद अभी तक
तुम्हारी भी
किसी ने कीमत पहचानी नहीं
शायद तुम अगर स्वचलित सीढ़ी न लेकर
खुद सीढ़ी चढ़ती तो हम टकरा जाते
फिर शायद हमारी बात होती
क्या पता हम दोनों को जिस चाय की अदद ज़रूरत थी
वो हम पी लेते एक दूसरे के साथ के बहाने
क्या पता
स्वचलित सीढियां कितना कुछ ख़त्म कर रहीं है
और हम हैं कि बस ज़रा सी सहूलियत के लिए
इतने महँगे दाम दिए जा रहे हैं
मेरी बात मानोगी
स्वचलित सीढ़ियों को छोड़ दो

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