तुम ऐसे याद आती हो

जानती हो
तुम कैसे याद आती हो मुझे
मेरी घड़ी में
तेरी यादों के पहर होते हैं
आयाम आते हैं ज़िन्दगी में
तो तेरे सपनों के
तराज़ू में बैठते हैं वे
जानती हो
तुम कैसे याद आती हो मुझे

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