देर

देर
तुझे आने में लगी
मेरी बात समझ आने में लगी
दिल में आग लगाने में लगी
या जान ये बचाने में लगी
देर
जो एक बार लगी
तो फिर
कोई देर न लगी
मौका गवाने में
गम गुसार होने में
तन्हा ज़िन्दगी के गुजर जाने में
देर
एक ऐसी ख़ता है
जिसकी सज़ा में
देर नहीं

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