तेरे बाद से on November 20, 2018 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps तेरे बाद से दिल एक खंडहर हो गया है न कोई आवाज़ न कोई आगाज़ बस इंतज़ार किसी अनहोनी का और सिसकियों सी सरसराती हवाएँ दीपक भी जलाऊं तो भयानक मंज़र देख के बुझा देता हूँ मैं डरता हूँ शायद शायद मुझे इसकी अभी तक आदत नहीं हुई (Picture: thenational.ae) Comments
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