गैर मुस्तकिल मिज़ाज़ on May 28, 2019 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps जंग छिड़ी रहती है हर रोज़ ही यहां कभी उम्मीद आगे तो कभी तक़दीर भारी न जाने क्यों लोग इसमें मुझे गैर मुस्तकिल मिज़ाज़* समझ लेते हैं * Indecisive Comments
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