गुस्ताखी मुआफ़ करना

तुझसे एक बात कहने की
गुस्ताखी मुआफ़ करना
जाने क्यों
तेरे चेहरे को देख कर लगता है
की इसे दिखाने की ही साज़िश में था
ये जहां अब तक

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