Posts

इत्तेफ़ाक़

कश्मकश

सोच

आने को है

चल कायनात से उसे मांगते हैं

आज दिल फ़िर रोया है

गर तू इन्हें जान जाए

तूफानों के मध्य खड़ा

मंशा

If only

सच

नीलामी

तेरे बाद

तू

तेरी ख़ातिर

तुम महावीर हो

मुझे भी सीखना चहिये

बोल

गुलज़ार

Haunted

सवाल

ऐतबार

जाने किस बात की कमी सी है

तुम होती तो

Wish you were here

सोचता हूँ तो

रस्साकशी

तू

नेपथ्य

त्रिवेणी

त्रिवेणी

गेंद

काश की मुझमें भी थोड़ा सपनें दिखाने का हुनर होता

तम्मनाओं को कुछ यूं बदलते देखा है हमने

सोच कर

तक़दीर में मेरी

तेरे इंतज़ार में

हर किसी को यहां इश्क़ की रहमत नहीं मिलती