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गुस्ताखी मुआफ़ करना

शायद इसी को उम्र का तकाज़ा कहते हैं

तूने एक बार मुझे आईना यूँ दिखाया है

My brain is split in two

अब मुझे आशिक़ी में

Biggest dream

गर तू आज मेरे साथ होती

नासमझ

मैं जिस नज़र से तुझे देखता हूँ

Serial killer

Suicide bomber

तहज़ीब

People

I understand that times change

Sometimes I get sad

तुम्हें क्या लगा?

तू ही बता

तक़दीर की UPSC

Karma

माना कि मेरे महबूब के नख़रे तीखें हैं बहुत

वो नहीं है, कहीं नहीं है

ऐसी एक शाम हो

कुछ तो रब्त है उसको भी मेरे ख्वाबों से

चलो एक ख्वाब आसमान में उड़ाया जाए

निगाहें

Where words fail...

It's not that I don't believe

गैर मुस्तकिल मिज़ाज़

जब माँ की याद आती है

कुम्हार की कहानी

सुना है आज भी

अब जो ये पन्ना पलटेगा

कुछ हाथ खेल के देखते हैं

बुख़ार

कभी ऐसे भी दिन थे

ख़ामोशी

रजनीगंधा

ध्यान देना

Dilemma

उम्मीद

मूर्तिकार

Tired

गुमनाम

तेरा कोई अक्स दिख जाता है किसी में

कभी कभी सोचता हूँ

कितना कुछ है जो जुबां से निकलता नहीं

कहीं ऐसा तो नहीं

खुदा ने रात क्यों दी?

अब तो आदत ही है गलत समझे जाने की

बोहोत बार सोचता हूँ

पसंद तो आ जाते हैं लोग

जब ये मान लेता हूँ

क्यूँ

मैं आइने से पूछ लेता हूँ

Blamed

कौतूहल

अदृश्य

बड़े मॉलों में

I like this feeling now

चलो तुझसे भी इश्क़ करने की खता करके देखते हैं

उसकी ख़ुशी

Emptiness

उम्र के साथ

कोशिश

वक़्त का मरहम

मुझे आज उनका हाल चाल मिला है

ग़म

कुछ ऐसे गुज़री है ये जिंदगी मुझसे होकर

दिन और रात

मैं इंतेज़ार में हूँ

सवाल 2

सवाल

तुम्हे शामें कैसी लगती हैं?

कुछ दीपों की छांव तले

खुदा का ख़्याल आता है तो सोचता हूँ