मैंने उनकी आशनाई में
ज़िन्दगी को मुस्कुराते देखा है
मैंने उनकी रुसवाई में
जहां को उदास देखा है
लेकिन आज देखा है मैंने उनको उदास
उनकी उदासी में
मैंने फ़िज़ाओं को बिलखते देखा है
धरती को तड़पते देखा है
थम गयीं हैं साँसे मेरी
के आज मैंने उनको उदास देखा है
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