मुझे तू उनकी मुहब्बत नहीं दे सकता तो न सही
उनका मुरझाया चेहरा तो मत दिखा
मेरी नज़रों के सामने उन्हें दर्द तो मत दे
खूब देखी तेरी खुदाई मेरी महरूम दुवाओं ने
तू फिर भी खुद को ख़ुदा कहता है तो सुन
मेरे सनम को अब और सितम तो न दे
गर हो सके तो मेरी ईदी के नाम पर
उस नादाँ की कुछ परेशानियां दूर कर दे
मुझे तू उनकी मुहब्बत नहीं दे सकता तो न सही
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