शुरुआत

तू अब भी एक अधूरा ख़्वाब है मेरा
अब भी तू एक दुआ है जो ख़ुदा पे कर्ज़ है मेरा
तेरे कदमों के नीचे मैं जो ये नज़्में बिछाता हूँ
अब भी तो तेरी इबादत का एक कसर है मेरा
मैं किस तरह तुझसे प्यार करता हूँ
अब भी तो ये अधूरा इज़हार है मेरा
ये दिल ही जानता है कैसे ख़्वाब बुनें हैं इसने
ये एक जनम तो बस शुरुआत है मेरा
【कसर - Fraction】

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