ख़बरी

ऐ हवा
ज़रा उनके कानों में 
मेरा जिक्र तो कर
ऐ रात 
ज़रा देख 
उन्हें कोई तक़लीफ़ तो नहीं
चाँद,
तू अब बता भी दे
आख़िर उनका हाल कैसा है?

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